उत्तर : महादेव बेदी ग्राम का एक सुविख्यात सोनार था।
प्रश्न - 2. महादेव की बढ़ती आयु में उसकी काया कैसी हो गई थी?
उत्तर : बढ़ती आयु में महादेव की काया दुर्बल और जर्जर हो गई थी।
प्रश्न - 3. महादेव के परिवार में कौन-कौन था?
उत्तर : उसके परिवार में तीन पुत्र, तीन बहुएँ, पोते–पोतियाँ और नाती–नातिनियाँ थीं।
प्रश्न - 4. महादेव प्रायः किस मंत्र का उच्चारण करता था?
उत्तर : महादेव प्रायः "राम–राम, शिव–शिव" का जप करता था।
लघूत्तरीय प्रश्न-
प्रश्न - 1. महादेव के किस कार्य के प्रति लोग अभ्यस्त हो गए थे?
उत्तर : लोग महादेव की अँगीठी के सामने बैठकर सोने–जगाने और खट-खट करने की ध्वनि के अभ्यस्त हो गए थे।
प्रश्न - 2. महादेव का पारिवारिक जीवन सुखमय क्यों न था?
उत्तर : क्योंकि उसकी आयु अधिक हो चुकी थी, वह अशक्त हो गया था और उसकी देखभाल करने वाला कोई न था।
प्रश्न - 3. तोते के पिंजरे से निकल जाने पर महादेव की क्या दशा हो गई थी?
उत्तर : तोता उड़ जाने पर महादेव व्याकुल और चिंतित हो गया, उसका कलेजा मुँह को आ गया और वह बहुत दुखी हो गया।
प्रश्न - 4. तोता किस प्रकार पकड़ा गया?
उत्तर : तोता पिंजरे से निकलने के बाद एक दीपक के पास बैठ गया था। उसी समय महादेव ने उसे पकड़ लिया।
दीर्घउत्तरीय प्रश्न -
प्रश्न - 1. मोहरें प्राप्त होने पर महादेव उदार क्यों हो गया था और उसने अपनी उदारता किस प्रकार प्रकट की?
उत्तर : मोहरें मिलने पर महादेव को लगा कि ईश्वर ने उसे दया और कृपा से नवाजा है। इसलिए वह उदार हो गया। उसने यह मोहरें गरीबों और असहाय लोगों में बाँट दीं तथा धार्मिक कार्यों में भी उपयोग कीं।
प्रश्न - 2. 'आओ आत्माराम, तुमने कष्ट तो बहुत दिया, पर मेरा जीवन भी सफल कर दिया।' इस कथन को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : महादेव के जीवन में आत्माराम नाम का तोता आया, जिसने उसे बहुत चिंता और कष्ट दिए। परंतु उसी तोते के कारण महादेव को ईश्वर का साक्षात्कार हुआ और उसे जीवन का वास्तविक ज्ञान प्राप्त हुआ। इसीलिए उसने यह कहा।
प्रश्न - 3. अब उसे मालूम हुआ कि संसार बुरों के लिए बुरा तथा अच्छों के लिए अच्छा है', इससे क्या अभिप्राय है व महादेव ने ऐसा क्यों सोचा ?
उत्तर : इसका अभिप्राय है कि मनुष्य के विचार और कर्म ही उसके लिए अच्छे या बुरे परिणाम लाते हैं। महादेव ने यह इसलिए सोचा क्योंकि उसे समझ में आ गया कि जो जैसा करता है, वैसा ही फल उसे मिलता है।
प्रश्न - 4. आधी रात गुजरने पर महादेव ने बाग में जो कुछ देखा तथा जो कुछ उसके साथ घटा, उसे अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर : आधी रात को महादेव ने बाग में देखा कि चोर आकर मोहरें बाँट रहे हैं और उनमें से एक चोर पेड़ के नीचे दीपक जलाकर रखवाली कर रहा है। महादेव ने उसे पकड़ने की कोशिश की, परंतु चोरों ने मोहरों की थैली फेंक दी और भाग निकले। महादेव ने वह मोहरें उठा लीं। उसी रात उसके जीवन में परिवर्तन हुआ और उसे सच्चाई का ज्ञान मिला।