प्रश्न - 2. सी ह्यांग ती अपनी प्रजा से नाराज क्यों था?
उत्तर : सी ह्यांग ती अपनी प्रजा से अजीब नाराजगी थी कि लोग इतना पढ़ते क्यों हैं ? और जो लोग किताबें पढ़ नहीं सकते, वे उन्हें सुनते क्यों हैं?
प्रश्न - 3. सी ह्यांग ती ने क्या आदेश दिया?
उत्तर : सी ह्यांग ती ने आदेश दिया कि सब पुस्तकें नष्ट कर दी जाएँ।
प्रश्न - 4. पुस्तकें मनुष्य के किन भावों से मिलकर बनती हैं?
उत्तर : पुस्तकें मनुष्य के भावनाओं, विचारों, अनुभवों और कल्पना से मिलकर बनती हैं।
लघूत्तरीय प्रश्न-
प्रश्न - 1. सम्राट की मृत्यु के बाद पुस्तकों का क्या हुआ?
उत्तर : सम्राट के मरने के कुछ वर्ष बाद ही लगभग सभी पुस्तकें, जिनके बारे में सोचा जाता था कि नष्ट हो गई हैं, फिर से नए, चमकदार लकड़ी के कुंदों के रूप में प्रकट हो गईं।
प्रश्न - 2. सिकंदरिया के पुस्तकालय को आक्रमणकारी ने क्यों नष्ट कर दिया?
उत्तर : सिकंदरिया के पुस्तकालय नष्ट करने वाले आक्रमणकारी की दलील यह थी कि अगर इन अनगिनत ग्रंथों में वह नहीं लिखा है जो उसके धर्म की पवित्र पुस्तक में लिखा है, तो उन्हें पढ़ने की कोई जरूरत नहीं; और अगर ये पुस्तकें वही कहती हैं जो उसके पवित्र ग्रंथ ने पहले ही कह रखा है, तो उन पुस्तकों को रखने का कोई लाभ नहीं।
प्रश्न - 3. ह्वेन त्सांग ने क्या सपना देखा था?
उत्तर : ह्वेन त्सांग ने एक रात सपने में देखा कि भारत का प्रसिद्ध नालंदा विश्वविद्यालय जो ज्ञान और शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र था, अचानक गायब हो गया है। वहाँ शिक्षकों और विद्यार्थियों के स्थान पर भैंसें बंधी हुई हैं |
दीर्घउत्तरीय प्रश्न -
प्रश्न - 1. साहित्य की दृष्टि से भारत का अतीत महान है।' इस कथन को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : भारत का अतीत महान है" कथन साहित्य की दृष्टि से इसलिये सही है क्योंकि भारत ने प्राचीन काल में वेद, उपनिषद, महाभारत, रामायण जैसी अमूल्य काव्य और दर्शन की रचनाएँ दीं।
प्रश्न - 2. 'कागज ही जलता है, शब्द तो उड़ जाते हैं।' से क्या अभिप्राय है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : "कागज ही जलता है, शब्द तो उड़ जाते हैं" से यह अभिप्राय है कि लिखित शब्द भले ही किसी माध्यम पर दर्ज हों, लेकिन उनका वास्तविक प्रभाव और महत्व हमेशा के लिए रहता है। कागज जल सकता है, लेकिन शब्द, विचार और उनका संदेश अमर रहते हैं।